राजस्थान निवासी अशोक कुमार शर्मा पेशे से अध्यापक हैं। बचपन से ही कहानियाँ पढने के शौकिन अशोक जी छोटी उम्र में ही लिखने लगे थे।
इनका प्रथम 'वतन के आंसू' उपन्यास राजा पॉकेट बुक्स में लगभग 1996 ई. में Ghost लेखन के अंतर्गत 'धीरज' नाम से प्रकाशित हुआ।
कुछ समय पश्चात मेरठ से राधा पॉकेट बुक्स ने अशोक कुमार शर्मा को स्वयं के नाम से प्रकाशित किया। अशोक कुमार शर्मा 'जगतार सिंह जग्गा' सीरिज के उपन्यास लिखते थे। इन्होंने कुल पांच उपन्यास लिखे हैं। कुछ व्यस्तता के चलते अशोक जी लेखन जगत से दूर हो गये।
अशोक कुमार शर्मा का स्वयं के नाम से प्रकाशित होने वाला प्रथम उपन्यास '36 करोड़ का हार'
वर्तमान में राजस्थान के सीकर जिले में अध्यापन कार्य में व्यस्त हैं।
1. 36 करोड़ का हार (प्रथम उपन्यास)
2. मैं बेटा बंदूक का
3. फांसी मांगे बेटा कानून का
4. दिमाग का जादूगर
5. जग्गा का कानून (अंतिम उपन्यास)
6. 100 घण्टे मौत के (अप्रकाशित)
संपर्क-
अशोक कुमार शर्मा पुत्र श्री मदन लाल शर्मा
मु.पो.- रूपगढ
वाया- कौछोर
जिला- सीकर
राजस्थान- 332406
राधा पॉकेट बुक्स- मेरठ
Very nice thanks
जवाब देंहटाएंब्लॉग विजिट के लिए धन्यवाद।
हटाएंबहुत बहुत धन्यवाद इस तरह का ब्लॉग बनाने के लिए श्रीमान जी आपने इन उपन्यास कारको को फिर से जिंदा कर दिया
जवाब देंहटाएंहम सब लेखकों के अतिप्रिय श्री गुरप्रीत सिंह जी की जितनी भी तारीफ की जाए उतनी ही कम है । इन्होंने हम जैसे पर्दे के पीछे जा चुके चुके लेखकों को फिर से पर्दे के सामने लाकर हम सब पर बहुत बड़ा उपकार किया है । लेखन यात्रा में पाठक तो हजारों- लाखों मिले, पर गुरप्रीत जी जैसा एक भी नहीं ।
जवाब देंहटाएंनर्गिस हजारों साल अपनी बेनूरी पर रोती है।
तब जाकर होता है चमन में कोई दिद्दावार पैदा ।
ऊपरवाला इन्हे हमेशा खुश रखे ।
लेखक
जवाब देंहटाएंअशोक कुमार शर्मा ।
वीपी - रूपगढ़ ।
Vaya- कोछोर ।
जिला- सीकर (राज)
Pin- 332406
Mo- 9928108646