रानू हिंदी के बहुचर्चित उपन्यासकार थे।
अपने समय के प्रसिद्ध लेखक रानू के पाठकों का एक विशेष वर्ग था। रानू के उपन्यास जितने चाव से अपने समय में पढे जाते थे उतने ही आज भी पढे जाते हैं।
रानू की पत्नी 'सरला रानू' के नाम से भी सामाजिक उपन्यास प्रकाशित हुये थे।
रानू के उपन्यासों की सम्पूर्ण सूची - 63- सूर्यमुखी
- कांटों का उपहार
- फूलों की रानी
- प्यासी नदी www.sahityadesh.blogspot.com
- मैं वही हूँ
- बहुत देर बाद
- प्यासे रास्ते
- और शाम ढल गयी
- कुंवारी विधवा
- राख के फूल
- बर्फ के अंगारे
- एक पक्षी अकेला
- दिल मेरा धड़कन तेरी
- अधूरे सपने
- सिसकती धारा
- झंकार
- पापी देवता
- पुजारी
- साजन
- शीशे का घर
- बोझिल पलकें
- गजरा
- पूजा
- खामोशी की आवाज
- पत्थर की देवी
- पतझड़ का सावन
- हरसिंगार- 1976
- तोहफा
- प्रायश्चित
- प्यासी शबनम
- डूबते किनारे
- चुभते फूल -1978
- जलते आँसू
- बंद होंठ
- तपती चांदनी
- खाली आँचल
- तड़पता सिंदूर
- अछूता प्यार
- अधूरा सिंगार
- प्यासा आसमान
- कलंकित चूड़ियाँ
- रेत की दीवार. www.sahityadesh.blogspot.com
- अछूती पलकें
- सिंदूर बिना सुहागिन
- घार के अंगारे
- प्यासा शगुन
- कोख की चिंगारी
- सावन की आग
- चुभते रिश्ते
- मेहंदी मांगे इंसाफ
- अछूते होंठ
- पत्थर के आँसू
- सुहाग का कफन
- कानून की बीवी
- मुट्ठी भर राख
- जलती घटा
- सौतेली बेटी
- आवारा आँखें
- बेवफा साजन
- पत्थर की पुजारिन
- टूटा गहना
- पाप की देवी
- शीशे का घरोंदा -www.sahityadesh.blogspot.com
Where can i get all dis book?
जवाब देंहटाएंडूबते किनारे मिल सकता है
हटाएंIs there any old novel in which there are two characters named Ram and her sali Seeta. Please tell me the name. When I was child, I can read it fully. One of my best novel
जवाब देंहटाएंदीया जले मजार पर
हटाएंअब ये उपन्यास शायद ही मिले
एक उपन्यास था 'ना तू राम ना मैं सीता' शायद आपकी तलाश वही हो। उसमें इसी शीर्षक से एक गीत भी था। लेखक नाम याद नहीं।
हटाएंHow can I buy patjad ka savan
हटाएंRanu ki kaha se kharidu
जवाब देंहटाएंसर एक शायद प्यासीधारा करके उपन्यास था 2009 में पढ़ा था आपको जानकारी हो तो कृपया ज्ञात करवायें उसके पात्र-- रवि, सूर्यमुखी, सुचित्रा, रीतेश, आदि थे.... प्रतीक्षारत....
जवाब देंहटाएंप्यासी नदी उपन्यास कैसे ओर कहा से मिलेगी में खरीदना चाहता हु पर मिल नही रही है
जवाब देंहटाएंउपलब्ध नही
हटाएंAmazon पर
हटाएंरानू और सरला रानू एक ही आदमी है क्या
जवाब देंहटाएंपति पत्नी
हटाएंRanu family का कोई कॉन्टेक्ट no मिलसकता है क्या
जवाब देंहटाएंSir kindly let me know ,how can I buy the book"harsingaar'
जवाब देंहटाएंRanu kiklistlme se Pujari bahut hi aacha aur romantic novel hai sach me ek bar jarur pade
जवाब देंहटाएंसितारों के आंसू के जिक्र के बिना यह सूची अधूरी है।
जवाब देंहटाएंरानू के नावेल प्राप्त करने के लिए सम्पर्क कर सकते है।
paglakahinka786@gmail.com
sir मुझे रानू क़े उपन्यास खरीदना है अपना mo no दीजिए
हटाएंमेरा मो no hai 8448604568
जवाब देंहटाएंसर रानू की पापी समशान मिलेगा क्या
जवाब देंहटाएंसरला रानू उपन्यासकार रानू की पत्नी थीं। मुझे याद पड़ता है की उनके भी कुछ उपन्यास प्रकाशित हुए थें।
जवाब देंहटाएंमुझे रानू के पूरे उपन्यास खरीदना है कृपया बताते कि कैसे प्राप्त हो सकते हैं।
जवाब देंहटाएंI AM 54 YRS OLD. IN 1978 OR 1980(dont remeber perfectly) when i was still a boy 14 i accedently read "harsingar" bcos one of my older cousin sister had it.it was so mesmerising that i started reading his novel(got scolded many time from my parent "ki abhi bachche ho kar pyar mohabbat ke novel padh rahe ho) so after reading "barf ke angare","rakh ke phool"aur shayad 1 ya 2 aur.Then i promoted to class 10 and novel reading was strict no no.
जवाब देंहटाएंBut the fact is"Ranu ke novels me ek ajeeb tarah ki kashish thi jo kisi aur ke novel me nahi mili"
I know he dead long back may be 40 years back and after his demise his wife Sarla Ranu tried to encash his legacy but failed
now,i wanted to know more about Ranu (birth,death everything) but sadly no information is available even in this era information .
नमस्ते सर,
हटाएंआप अपना संपर्क नंबर दीजिएगा, यथासंभव आपको जानकारी देने का प्रयास रहेगा।
धन्यवाद
टीम- साहित्य देश
Email- sahityadesh@gmail.com
Yes if you get any information on Ranu please share. I was addicted to his novels in my college years.
जवाब देंहटाएंSir ji Jhankar novel milega
जवाब देंहटाएंरानू अमर रहे
जवाब देंहटाएंझंकार" उपन्यास रानू जी की अप्रतिम रचनाओं में से एक है
जवाब देंहटाएंजिसको जीवनपर्यंत तक भुलाया नहीं जा सकता
मेने रानू जी का उपन्यास "प्यासी नदी" कई बार पढ़ा है,, उसकी पुनः इच्छा है ,, कहाँ से प्राप्त हो सकेगा ???
जवाब देंहटाएंAmazon पर उपलब्ध है।
हटाएंप्यासी नदी इस उपन्यास को मैं खरीदना चाहता हूं कहां से प्राप्त होगा
जवाब देंहटाएंरानू जी के लिखे कुछ novel, प्यासी नदी और हरसिंगार मैं खरीदना चाहता हूँ, कैसे और कहां से मिल सकेगा, यदि किसी को इस विषय में कुछ जानकारी हो तो please guide कीजिये।
जवाब देंहटाएंरानू के सभी उपन्यास बेजोड़ हैं,1975, 76 में मैंने उनके दो novel पढ़े थे, प्यासी नदी और हरसिंगार। एक बार फिर से पढ़ना चाहता हूँ, please बताएं कि ये कहाँ से और कैसे प्राप्त हो सकते हैं।
जवाब देंहटाएंAvailable on flipkart as paperback not usual novel like look but it doesnt matter.
हटाएंमैंने भी सन1980के आसपास काफी उपन्यास पढ़े जिनमें गुलशन नंदा,प्रेम वाजपेई व रानू।रानू के उपन्यास एक पंक्षी अकेला की स्मृतियों आज भी मेरे जेहन में है।वाल्यावस्था में पढ़े उनके उपन्यासों में जो अजीब कशिश थी व आजकल के लेखन मे़ देखने को नहीं मिलती। वैसे भी आजकल उपन्यासों का दौर खत्म हुआ ये भूली-बिसरी बातें हैं।रानू जी के बारे में जानने की बहुत कोशिश की लेकिन उनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी।कुछ उपन्यास सरला रानू जी ने भी लिखे लेकिन वे रानू के स्थान को न भर सकी।आज भी भूली बिसरी यादें हैं कि रानू जी का उपन्यास के पीछे फोटो हुआ करता था कोट पहने भारी भरकम शरीर।इसे लुगदी साहित्य कहा गया इसलिए इनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है अन्यथा हिंदी साहित्य का कोई एक उपन्यास लिखने वाला होता तो बहुत सी जानकारी उपलब्ध हो जाती।एक उच्च कोटि का उपन्यासकार कहां से आया कहां चला गया पता ही नहीं लगा सके
जवाब देंहटाएंप्रवीण कुमार शर्मा
जवाब देंहटाएंसीनियर रीडर जिला न्यायालय सवाई माधोपुर
9414297212
प्रवीण जी, नमस्कार।
हटाएंहां, समय के साथ बहुत परिवर्तन हो गया है। और यह भी दुखद बात है कि लोकप्रिय साहित्य संरक्षण में लेखक और प्रकाशक भी निष्क्रिय हैं।।
भाई किसी के पास रानू का हरसि़गार उपन्यास ह तो मेरे को चाहिये m no.9436052722
जवाब देंहटाएंsir i am Arun kumar tiwari
जवाब देंहटाएंMai ranu ke novel ka bahut bada fan hoo mujhe ranu ka ek novel chahiye jiska naam hai tapati chandani agar kisi ke pas ho to please mujhe coll kar sakte hai mera mo no hai 8448604568
Maine Barf ke Angare prhi hai,karib 27sal pahle, Aaj v Puri khani yad hai.kayi dino tk shock m tha,pitaji se churakar prhta tha.
जवाब देंहटाएंकोई मुझे पापी पुजरी उपन्यास कि कोपी दिल्वा सकता है क्या ?
जवाब देंहटाएंHi…. I came across novels by ranu ji and his wife too because of my father … he had great collection of these books…. Read his novels and became big fan… I was trying to get these books again …. On Amazon or Flipkart not all books are available …. From where can I buy these books….. also are all his books have tragic ending …. Can anyone recommend a book by him or his wife with happy ending???
जवाब देंहटाएंआप द्वारा की गयी टिप्पणी में आपका नाम, संपर्क का कोई तरीका नहीं दिया गया है, इसलिए आपसे संपर्क करना मुश्किल है।
हटाएंहमारी कोशिश रहती है पाठक वर्ग को उसके इच्छित उपन्यास प्राप्त हों।
धन्यवाद
टीम साहित्य देश
Email- Sahityadesh@gmail.com
What was the name of novel with character on Shipra river, and Lotus names.
जवाब देंहटाएंPyasi Nadi
हटाएंThanks
जवाब देंहटाएं9355496301 pe what's up kare sir जो होगा वो मिल jayega
जवाब देंहटाएंRanu ji ki kabra Allahabad (Prayagraj) mein Rajapur locality mein Strachy Road ke end par isaiyon ke kabristaan mein maine 1984 ke aap paas dekha hai
जवाब देंहटाएंKya ranu Christian the?
हटाएंअपना संपर्क नम्बर दीजियेगा सर।
हटाएंटीम साहित्य देश।