हिंदी लोकप्रिय उपन्यास साहित्य में सामाजिक उपन्यास के क्षेत्र में गोविंद सिंह ना नाम विशेष रुप से लिया जाता है।
गोविंद सिंह के लेखन ना आरम्भ कुशवाहा कांत के प्रकाशन 'चिनगारी प्रकाशन' के अन्तर्गत हुआ था। उनका प्रथम उपन्यास राजरानी वहीं से छपा था। गोविंद सिंह ने अल्प समय में प्रसिद्धि पा ली थी।
गोविन्द सिंह के उपन्यास
2. प्यासे नयना
3. लाल दुपट्टा
4. आशियाना
5. काली घटा
6. सहारा
7. बहार
8. कागज के फूल
9. पहीहा बोले आधी रात
10. धीरे से घूंघट हटाये पिया
11. तारों भरी रात
12. मिटती रेखायें
13. बदलते रास्ते
14. शमशीर
15. दीया जले रात भर
16. मैं भी इंसान हूँ
17. निशानी
18. बरसात में
19. सुहाग
20. रेशमा
21. हसीना
22. चौरंगी
23. मौत ही मौत
24. साँवरिया
25. बुलबुल
26. बगावत
27. लगन
28. लाल हवेली
29. पैर की धूल
30. हमें जीने दो
31. मैं बेगुनाह हूँ
32. आँधियों की गोद में
33. काजल - क्रमांक 1-32 तक 'चिनगारी प्रकाशन- बनारस-१'
34. पाप की गुड़िया- रीता पॉकेट बुक्स- मेरठ(सीक्रेट सर्विस कार्यालय)
35. अधूरे रिश्ते
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36. आधुनिक कामकला
37. परछाइयां
38. बदनाम गली
39. पति- पत्नी
40. बेहया (क्रम 35-40 तक उपन्यास पुष्पी प्रकाशन इलाहाबाद से प्रकाशित हुये हैं।)
37. परछाइयां
38. बदनाम गली
39. पति- पत्नी
40. बेहया (क्रम 35-40 तक उपन्यास पुष्पी प्रकाशन इलाहाबाद से प्रकाशित हुये हैं।)
41. बिके हुये लोग (कथाकार प्रकाशन)
अन्य आलेख-
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बढ़िया जानकारी।
जवाब देंहटाएंGood work
जवाब देंहटाएंएक उपन्यास इन्होंने हमारे प्रकाशन संस्थान नीलम जासूस कार्यालय के लिए लिखा था मुझे तुमसे प्यार है। जो प्रकाशित नही हुआ था।
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