हिंदी की प्रचलित जासूसी उपन्यासों की दुनिया में एक अलग नाम था - शैलेन्द्र तिवारी। शैलेन्द्र तिवारी ने पहले काफी उपन्यास श्याम तिवारी नाम से भी लिखे थे, लेकिन इनके फतांसी उपन्यास शैलेन्द्र तिवारी नाम से ही आये थे। श्याम तिवारी लेखन के दौरान इनका प्रसिद्ध पात्र 'हर्रामी सिंह' था।
जब सारे उपन्यासकार जासूसी, मर्डर मिस्ट्री, सामाजिक इत्यादि उपन्यास लिख रहे थे तब शैलेन्द्र तिवारी ने बिलकुल अलग अंदाज में एक उपन्यास श्रृंखला आरम्भ की। जादू- टोना, तंत्र-मत्र और मन की शक्ति जैसे नये प्रयोग के साथ। पाठक वर्ग ने भी इनके उपन्यासों को हाथो-हाथ लिया, क्योंकि पाठक एक जैसे परम्परागत उपन्यासों से ऊब चुका था और उसके लिए यह एक नया प्रयोग था। शैलेन्द्र तिवारी का यह प्रयोग खूब सफल रहा।
काले जादू जैसे अलग विषय को लेकर एक- दो उपन्यास तो लिखे जा सकते हैं पर एक सीरीज लिखना स्वयं में एक चुनौती है। उस चुनौती को शैलेन्द्र ने अच्छी तरह से निभाया।
मकङा सीरीज के बाद इन्होंने अजगर राजा नाम से नयी सीरीज आरंभ की थी। (नागिन सीरीज)
इनका प्रसिद्ध पात्र था - मकङा। जी हां, मकङा, काले जादू का जानकार।
काले जादू पर आधारित बहुत ही रोचक श्रृखंला आरम्भ की थी शैलेन्द्र तिवारी जी ने। जहाँ तक मेरा विचार है उपन्यास जगत में इस प्रकार के उपन्यासों की कमी थी, और वह कमी शैलेन्द्र तिवारी जी ने पूरी।शैलेन्द्र तिवारी के शब्द-
"मैं सन् 1975 से अपने पाठकों का मनोरंजन करता आ रहा हूँ। मेरे उपन्यासों संख्या सैकङों में पहुँच गयी है। मैं आज जिस मुकाम पर हूँ...उस पर मुझे गर्व है।"
मकङा- काले जादू का महारथी।
काले जादू की खौफनाक दुनिया के थर्रा देने वाले मंजर...... एक ऐसे शैतान की खूनी दास्तान जो ' आज का रावण' बनकर भगवान को चुनौती देने निकल पङा था....उसके पास था जादूई ताकत का अकूत खजाना...और उसके जाल में फंसा एक ऐसा मासूम इंसान.... जिसकी उसने जिंदगी ही नहीं बल्कि पूरा परिवार ही तबाह करके रख दिया।
संपर्क-
शैलेन्द्र तिवारी
400/3, जागृति विहार
मेरठ, UP
दूरभाष- 0121-2601505
शैलेन्द्र तिवारी के उपन्यास धीरज पाॅकेट बुक्स, मेरठ से प्रकाशित होते रहे हैं।
शैलेन्द्र तिवारी के उपन्यास
मकड़ा सीरीज के उपन्यास
1. मकङा2. खूनी मकङा
3. कहर बरसायेगा मकङा
4. जहरीला मकङा
5. जलजला मकङा का
6. मकङा का कोहराम
7. मकङा का मकङजाल
8. फिर आया मकङा
9. करामाती मकङा
10. चक्रव्यूह मकङा का
11. चैलेंज मकङा का
12. चण्डालिनी बेला
13. चण्डालिनी बेला का जाल
14. चण्डालिनी बेला और मकङा
15. कहर चण्डालिनी बेला का
16. चण्डालिनी बेला का चैलेंज
अजगर राजा सीरीज
- अजगर राजा
नागिन सीरीज / रानी चौधरी के उपन्यास
- कहर नागिन का
- मैं नागिन हूँ
- कोहिनूर
- नागिन बनी शेरनी
- नागिन की फुंफकार
- काले जादू के जाल में नागिन
- काला जादू और कोबरा
- नागिन और तांत्रिक सम्राट
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रोचक जानकारी।
जवाब देंहटाएंBhai ye download bhi hojaenge ya bas list hi hai
जवाब देंहटाएंआपको चाहिए तो इसके साथ साथ लास्ट पार्ट भी आपको दे दूंगा
हटाएंLast part ka naam kya hai?
हटाएंTiwari ji ne shayad wo novel likha hi nahi hai ab tak
हटाएंMakda series m a rahat k utdu novel kala jadu ki nakal hai full copy sirf time gap diya hai
Rahat ne aazadi k pahle k background par likha tha inhone usme mobile phone tak add kar diya hai
Itna hi faraq hai kuchh seen badha chadha kar likha hai inhone jisse novel k page badh gaye hain
Rahat ne 77 part me pura kiya tha novel
Jisko maine 1994 me hi pura padh liya tha
Kala jadu part 1 se kala jadu part 77 bas yahi naam se wo novel hai
Tiwari ji ne alag alag naam de diya aur aaj ka mahaul jod diya hai
Baki sab wahi hai
Patro k naam kayi jagah change kiya inhone
Jaise
Raniahawati ko chandalini bela kar diya
Raja chandr han ko koi aur naam de diya
Maswood ko raja pandit bana diya aur isi naam k hisab se uske family members ka naam badla
Ek aur bada kaam kiya
Jo maswood ka mama riyaz hota hai usko tiwari ji ne raja ka chavha kripa bana diya
मैं यह सारे ख़रीदना चाहता हूँ।
जवाब देंहटाएंIske baad kya hua mera matlab upanyas ka end kya hua ye janne ke liye pareshan rahenge
हटाएंKya shailendra tiwari ji aaj bhi hai??
जवाब देंहटाएंMujhe to aisa nahi lagta ,kyu k agar wo hote to ab tak makda series puri ho gayi hoti
हटाएंशैलेन्द्र तिवारी जी की मृत्यु हो चुकी है।
हटाएंIs baate me koi jankari nahi hai bhai mujhe
हटाएंEk chhoti si baat kahna chahunga, makda series tiwari ji ka apna upanyas nahi hai,lekin inhone jis andaz me 1947 k pahke k time par likhi gayi kahani me cell phone add kiya hai wo qabile taareef hai,, makda series urdu novel kala jadu ki nakal hai jiske asli lekhak M A Rahat hain
जवाब देंहटाएंMohd. Izhar साहब अपना संपर्क नम्बर दीजिए ।
हटाएंटीम साहित्य देश
Ji meri mail id :- mohammadizhar1@gmail.com
हटाएंContact no. 9768794363 lekin call karne pahle ek massage kar dijiyega please chahe wo text ho ya WhatsApp
Kyu k unknown no. Uthhata nahi bhai ji mai