एम. एल. पण्डया
हिन्दी जासूसी साहित्य के आरम्भिक दौर की जब चर्चा चलती है तो देवकीनन्दन खत्री के पश्चात जिन लेखकों का नाम आता है उनमें एक हैं एम.एल. पण्डया।
बहुत कोशिशों के पश्चात एम. एल. पण्डया जी के विषय में विशेष जानकारी तो एकत्र न हो सकी लेकिन जितनी जानकारी एकत्र हुयी वह यहाँ उपस्थित है।
एम. एल. पण्डया के उपन्यास
1. तिलस्म वैचित्र्य
उक्त उपन्यास 'तिलिस्मी जासूस' पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। यह पत्रिका इलाहाबाद से प्रकाशित होती थी।
बहुत कोशिशों के पश्चात एम. एल. पण्डया जी के विषय में विशेष जानकारी तो एकत्र न हो सकी लेकिन जितनी जानकारी एकत्र हुयी वह यहाँ उपस्थित है।
एम. एल. पण्डया के उपन्यास
1. तिलस्म वैचित्र्य
उक्त उपन्यास 'तिलिस्मी जासूस' पत्रिका में प्रकाशित हुआ था। यह पत्रिका इलाहाबाद से प्रकाशित होती थी।
इलाहाबाद से प्रकाशित मधुप जासूस पत्रिका में भी इनके उपन्यास प्रकाशित होते रहे हैं।
एम. एल. पण्डया के विषय किसी भी पाठक के पास कोई भी जानकारी हो तो हमसे शेयर करें।
धन्यवाद।
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