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सोमवार, 26 सितंबर 2022

नये उपन्यास

 नमस्कार पाठको मित्रो,
  साहित्य देश के स्तम्भ 'नये उपन्यास' में प्रस्तुत है कुछ नये उपन्यासों की जानकारी।  और एक नये लेखक महोदय का नया उपन्यास भी आपके समक्ष प्रस्तुत है। 
1. काम्बोजनामा- राम पुजारी
प्रकाशक-      नीलम जासूस कार्यालय
      लोकप्रिय उपन्यास साहित्य के मजबूत स्तम्भ आदरणीय श्री वेदप्रकाश काम्बोज जी के लेखन से प्रेरित होकर युवा लेखक राम पुजारी जी ने काम्बोज जी की जीवनी 'काम्बोजनामा' लिखी है। 
कांबोजनामाःकिस्सा किस्सागो का...यह हिंदी पल्प फिक्शन का एक ऐसा अनमोल दस्तावेज है जिसके बिना हिंदी के लोकप्रिय साहित्य का इतिहास पूरा नहीं हो सकता। युवा लेखक राम पुजारी द्वारा वर्षों के अनुसंधान के बाद यह बृहद ग्रंथ लिखा गया है जो कि हिंदी पल्प फिक्शन के हर एक पाठक को पढ़ना चाहिए। रोचक शैली में लिखी गई एक अनमोल पुस्तक
  यह जीवनी काम्बोज जी के जीवन के अतिरिक्त तात्कालिक समय और साहित्य पर भी प्रकाश डालती है। 
  लोकप्रिय उपन्यास साहित्य में 70 वर्ष कोई जीवनी प्रकाशित हुयी है। कुशवाहा कांत जी के योग्य शिष्य ज्वाला प्रसाद केसर जी ने कुशवाहा कांत जी की जीवनी लिखी थी और अब यह प्रयास किया है वेदप्रकाश काम्बोज जी के शिष्य राम पुजारी जी ने।
   पठनीय और संग्रहनीय रचना है।
प्राप्ति लिंक - काम्बोजनामा 
पृष्ठ - 338
मूल्य - 400₹


2. खूनी मसीहा- सुरेश चौधरी
प्रकाशक -     shopizen
  सामाजिक उपन्यास लेखन में अपनी पहचान बना चुके सुरेश चौधरी जी 'खूनी मसीहा' उपन्यास के साथ जासूसी उपन्यास में पदार्पण कर चुके हैं। 
  एक नये विषय पर लिखा उनका यह उपन्यास रोचक और पठनीय है।
लिंक - खूनी मसीहा
मूल्य - 277₹

3. ब्लैकमेल - हादी हसन
प्रकाशक -  flydreams
         'जहरीली' के पश्चात यह जादी हसन जी का द्वितीय उपन्यास है जो उनके स्वयं के नाम से प्रकाशित हुआ है। अगर आपने हादी हसन जी का 'जहरीली' उपन्यास पढा है तो आप उनके लेखन की क्षमता से परिचित होंगे ही।
         वह सब कुछ देखता है। वह सब सुनता है। उसे सबकी खबर है लेकिन हर कोई उससे बेखबर है।
उसे हर गुनाह की जानकारी है और इसी जानकारी के बल पर वो करता है सबको ब्लैकमेल
क्या होगा जब उसका टकराव होगा मेजर रनवीर बरार से?
जानने के लिए पढ़ें एक सनसनीखेज पेशकश - ब्लैकमेल

प्राप्ति लिंक - ब्लैकमेल
पृष्ठ -   219
मूल्य - 199

4. एसिड मैन- शुभानंद , रुनझुन सक्सेना
प्रकाशक -   सूरज पॉकेट बुक्स
          डाॅ. दम्पति अपने संयुक्त लेखन के साथ पाठक के लिए एक अनमोल रचना लेकर प्रस्तुत हुये हैं। यह उपन्यास एक मर्डर मिस्ट्री है। 
मुम्बई के एक फ्लाईओवर के भूमिपूजन के दौरान मुख्यमंत्री की उपस्थिति में जमीन के नीचे से उजागर हुई लाश ने जो हलचल मचाई उसने पुलिस महकमे, मीडिया व पूरे शहर को हिला कर रख दिया। केस पर सीआईडी ऑफिसर मकरंद राज और विजय को लगा दिया गया जिनके हाथ सबूत के नाम पर एक पार्किंग टिकट के सिवा कुछ न लग सका। हालांकि डॉक्टर मैत्रेयी व उसकी फोरेंसिक टीम की इंवेस्टिगेशन से उजागर हुए रहस्यों के बाद लाश की पहचान हो सकी। जिसकी लाश मिली थी उसे मुम्बई की पब्लिक ‘एसिड मैन’ नाम से जानती थी। अब पूरा शहर एसिड मैन के क़ातिल को जानने के लिये उत्सुक था।

‘ड्रॉप डेड’ के बाद फोरेंसिक साइंस और थ्रिल-सस्पेंस के समावेश से उपजी क्राइम एम डी सीरीज़ की एक और सनसनीखेज मर्डर मिस्ट्री

प्राप्ति लिंक - द एसिड मैन
पृष्ठ -   170
मूल्य - 155₹


5. संचिता मर्डर केस - विकास सी. एस. झा
प्रकाशक - सूरज पॉकेट बुक्स
      विकास जी का उपन्यास बैंक राॅबरी और मर्डर मिस्ट्री का संगम लिये हुये है। अपनी लेखनी से पाठकों को आकृष्ट करने वाले विकास जी का यह उपन्यास रोचक है।
वो एक हसीन सूरत और जहीन सीरत वाली लड़की थी जिसकी लाश एक शाम उसकी ही कार से बरामद हुई थी। मासूम सी दिखने वाली उस लड़की के क़त्ल की जांच जब शुरू हुई तो बैंक रॉबरी और तीन और क़त्ल का मामला सामने आया। एक ऐसी कहानी जो आपके दिमाग की नसों को झकझोड़ कर रख देगी। जहां हर शख्स को कत्ल का मौका भी हासिल था और मकसद भी। मगर जब राज़ खुला तो मानो लोगों के पैरों तले जमीन ही खिसक गई। सनसनीखेज खुलासों के साथ अश्विन ग्रोवर का एक नया कारनामा।
लिंक - संचिता मर्डर केस 
पृष्ठ- 224
मूल्य - 165₹

6. मैं गुनहगार हूँ - मोहन मौर्य
प्रकाशक - सूरज पॉकेट बुक्स
     मोहन मौर्य जी अपने पूर्व उपन्यास 'बो बेगुनाह थी' से आगे की कहानी लेकर उपस्थित हुये हैं। ध्यान रहे प्रस्तुत उपन्यास 'मैं गुनहगार हूँ' पूर्व उपन्यास 'वो बेगुनाह थी' का कोई भाग नहीं है। दोनों का कथानक अलग है। यह बेहतरीन थ्रिलर रचना है‌। अगर आपने 'वो बेगुनाह थी' पढी है तो आपको पता होगा मोहन मौर्य जी कितना अच्छा थ्रिलर लिखते हैं। 
जासूसी उपन्यास पढ़ने का शौकीन 38 वर्षीय आई टी प्रोफेशनल राहुल वर्मा जब ड्रग्स केस में फंसी एक 22 वर्षीय खूबसूरत लड़की को बेगुनाह साबित करने निकला तो खुद एक ऐसा गुनाह कर बैठा था, जिसकी वजह से ना सिर्फ एक बेगुनाह फांसी के फंदे पर जा पहुँचा बल्कि उसका खुद का भी जीना दुश्वार हो गया।अपनी आत्मा पर लगे ‘मैं गुनहगार हूं’ के दाग को मिटाने के लिये फिर उसने जो रास्ता चुना, उसने आगे चल कर ऐसा रुख अख्तियार किया जिसने न सिर्फ हैदराबाद के ड्रग्स माफिया को हिला डाला बल्कि उसकी खुद की जान के लाले भी पड़ गये।
लिंक - मैं गुनहगार हूँ
मूल्य- 165₹
प्रकाशन तिथि- 30 अगस्त 2022

7. खिलाड़ी नम्बर वन - राजेश शर्मा
       लोकप्रिय साहित्य में एक और लेखक का पदार्पण हो चुका है। गाजियाबाद के लेखक राजेश शर्मा जी का यह प्रथम उपन्यास है।

प्राप्ति लिंक- खिलाड़ी नम्बर वन
मूल्य- 390₹

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