नाम- श्री पुरुषोत्तम दत्त
इलाहाबाद लोकप्रिय साहित्य का केन्द्र रहा है और यह लोकप्रिय साहित्य का वह दौर था जब उपन्यास पत्र- पत्रिकाओं में प्रकाशित होते थे।
इस दौर की अच्छी बात यह थी कि पत्रिका पर प्रकाशन वर्ष होता था। बाद में जब पत्रिकाएं बंद हुयी और उपन्यास स्वयं के कलेवर में प्रकाशित होने लगे तो प्रकाशन वर्ष लिखना भी लगभग ने बंद कर दिया। इसका एक कारण यह था कि वर्ष लिखने से उपन्यास के नये पुराने होने का पता चलता था।
इलाहाबाद का एक प्रकाशन था 'प्रेमी जासूस कार्यालय-इलाहाबाद' और पत्रिका थी 'जासूसी कहानी' उसी से श्री पुरुषोत्तम दत्त जी का उपन्यास प्रकाशित हुआ था।
श्री पुरुषोत्तम दत्त जी के उपन्यास
1. शांति भवन- मई 1958
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें