पिता- श्री हरि सिंह
निवासी- शिवनगर कालोनी
नजदीक गुलनार सिनेमा,फतेहाबाद, हरियाणा
विजय लक्ष्मी जी एक उपन्यास 'दूसरा ताज' मेरे पास उपलब्ध है जो इन्होंने किशोरावस्था में लिखा है।
इनके विषय में इस उपन्यास के अतिरिक्त कोई जानकारी उपलब्ध नहीं।
विजय लक्ष्मी के उपन्यास
1. दूसरा ताज -1997 (एशिया पॉकेट बुक्स)
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