नमस्कार,
एक बार फिर उपस्थित हैं आपके लिए नये उपन्यासों की सूचना लेकर। कुछ नये उपन्यासों तो कुछ रिप्रिंट।
उम्मीद है ये उपन्यास आपके अच्छे मनोरंजन में सहायक होंगे।
रवि पॉकेट बुक्स मेरठ द्वारा प्रकाशित उपन्यास
उपलब्ध-25.07.2019 से
रवि पॉकेट बुक्स की प्रस्तुति |
कंवल शर्मा का नाम ही मनोरंजन का पर्याय बन चुका है। इनका हर उपन्यास एक नयी कहानी के साथ आता है और पाठकों पर गहरा प्रभाव छोड़ता है।
इनके एक पूर्व उपन्यास 'देजा वू' की तरह यह शीर्षक भी कुछ अलग हट कर है। उम्मीद है यह कहानी भी कुछ जुदा और मनोरंजक होगी।
रवि पॉकेट बुक्स मेरठ से प्रकाशित कंवल जी का यह छठा उपन्यास है।
हालांकि इनके एक उपन्यास 'कैच-04' की घोषणा को काफी समय हो गया, वह अभी तक प्रकाशित नहीं हुआ।
वैसे भी कंवल जी के उपन्यासों के शीर्षक में संख्याओं का विशेष योगदान रहा है। जैसे -'वन शाॅट', 'सैकण्ड चांस', 'टेक थ्री'।
2. बाजीगर- शिवा पण्डित
अर्जुन त्यागी सीरिज से पहचाने जाने वाले शिवा पण्डित का एक और थ्रिलर उपन्यास प्रकाशित हो रहा है।
3. बारूद की बेटी- रीमा भारती
अपने एक्शन के कारण विशेष पहचान बनाने वाले रीमा भारती के उपन्यास आज भी पाठकों को बेहद पसंद है। एक बार फिर रीमा भारती का जलवा हाजिर है।
दुश्मनों को मौत की नींद सुलाने आ रही है बारूद की बेटी।
4. लूटमार-अनिल मोहन
उपन्यास जगत के बेहतरीन लेखक अनिल मोहन का एक उपन्यास रवि पॉकेट से रिप्रिंट आ रहा है।
देवराज चौहान का कारनामा।
5. बदमाशों की टोली- अनिल मोहन
देवराज चौहान एक बार फिर जा टकराया बदमाशों की टोली से। फिर छिड़ी एक जंग। एक कहर बरसाने वाला जबरदस्त कथानक।
6. कैदी प्रेतात्मा, गुलबदन- राज भारती
राज भारती के हाॅरर उपन्यास पसंद करने वालों के लिए यह अच्छी खबर है की रवि पॉकेट बुक्स से उनके उपन्यास लगातार रिप्रिंट हो रहे हैं।
इस बार तो एक साथ दो उपन्यास, एक के मूल्य में दो उपन्यास उपलब्ध हैं।
सूरज पॉकेट बुक्स- मुंबई से प्रकाशित
इस सेट में सूरज पॉकेट बुक्स पहली बार कुछ अलग हटकर किताबें लेकर आया है। उम्मीद है की ये किताबें नये आयाम स्थापित करेगी।
7. महासमर- रमाकांत मिश्र, सबा खान।
रमाकांत मिश्र अपने प्रथम उपन्यास ...के साथ ही चर्चा में आ गये थे। वहीं सबा खान अपने रोचक और सरल अनुवाद के कारण चर्चा में रही है। उस बार यह संयोग है की दोनों लेखक एक साथ आ रहे हैं। ऐसा बहुत कम संयोग देखने को मिलता है। पाठकों के लिए यह अपार हर्ष का समय है।
'महासमर- परित्राणाम साधुनाम' उपन्यास एक विशेष टैग लाइन के साथ उपस्थित है। उपन्यास के विषय में सिर्फ इतना ही कहना काफी है की इसके लेखक द्वय रमाकंत मिश्र और सबा खान है।
8. बालि- देवेन्द्र पाण्डेय
प्यार, इश्क और मोहब्बत जैसे विषय पर कलम चलाने वाले देवेन्द्र पाण्डेय जी इस बार एक पौराणिक कथा के साथ उपस्थित हैं। बालि- युग युगांतर प्रतिशोध।
उम्मीद है और प्रार्थना भी है की यह रचना एक अलग पहचान बनाने में सफल होगी।
9. धुरंधरों के बीच- एम. इकराम फरीदी
फरीदी जी के पाठकों के लिए यह एक अच्छी खबर है की उनके उपन्यास अब और भी बेहतरीन गुणवत्ता के साथ उपलब्ध हैं।
फरीदी जी पहली बार सूरज पॉकेट बुक्स से प्रकाशित हो रहे हैं।
10. Warlock- vickram e diwan
हिन्दी रचनाओं के मध्य अंग्रेजी पाठकों के लिए भी सूरज पॉकेट बुक्स एक उपहार लेकर उपस्थित है। विक्रम दीवान की रचना warlock.
Book cafe Publication द्वारा प्रकाशित
लेखक अमित खान जी के स्वयं के पब्लिकेशन के अंतर्गत कुछ नयी और कुछ रिप्रिंट उपन्यास शीघ्र प्रकाशय हैं।
11. हैरतअंगेज हत्या- संतोष पाठक
जैसा की नाम से ही स्पष्ट हो रहा है कि यह एक मर्डर मिस्ट्री है। संतोष पाठक जी के उपन्यास पाठक का भरपूर मनोरंजन करने में सक्षम होते हैं। यह बात उनके पूर्व उपन्यासों के आधार पर कही जा सकती है।
उम्मीद है प्रस्तुत उपन्यास भी पाठकों को पसंद आयेगा। संतोष पाठक जी पहली बार book cafe के अंतर्गत प्रकाशित हो रहे हैं।
12. मेरे हाथ मेरे हथियार- अमित खान
एक बार फिर पाठकों के लिए प्रस्तुत है कमाण्डर करण सक्सेना का जलवा। अमित खान जी की लेखनी से जन्मे कमांडर करण सक्सेना के उपन्यास किसी न किसी मिशन पर आधारित होते हैं। इस बार भी कमाण्डर करन सक्सेना निकले हैं किसी खतरनाक मिशन पर। आप भी पढे और खो जाये कमाण्डर की रोचक दुनिया में।
13. मैडम नताशा का प्रेमी- अमित खान
यह एक हाॅट थ्रिलर है। ध्यान दें अश्लील नहीं है। यह कहानी है नताशा की। उस नताशा की जिसकी जिंदगी में प्यार नहीं था लेकिन प्रेमी बहुत थे।
यह कहानी है एक ऐसे व्यक्ति की जिसने अपनी मौत का प्लान खुद तैयार किया।
उपन्यास जगत की एक बेहतरीन रचना है। अगर आपने आज तक अमित खान को नहीं पढा तो यह रचना पढे। विश्वास है आपको यह बेहद पसंद आयेगी।
14. हम नहीं चंगे, बुरा न कोय- सुरेन्द्र मोहन पाठक
सबसे रोचक है और बहु प्रतीक्षित रचना है वह है सुरेन्द्र मोहन पाठक जी की आत्मकथा का द्वितीय भाग।
हिन्दी लोकप्रिय उपन्यास जगत के वर्तमान जगमागते सितारे सुरेन्द्र मोहन पाठक की आत्मकथा 'न कोई बैरी, न बैगाना' का द्वितीय भाग ....को प्रकाशित हो रहा है।
इस उपन्यास में लेखक के जीवन के साथ-साथ उपन्यास जगत की बहुत सी रोचक और दुर्लभ जानकारियाँ पाठकों को उपलब्ध होंगी।
प्रकाशन तिथि- 19 अगस्त 2019
प्री आॅर्डर लिंक- अमजेन लिंक- यहा क्लिक करें
विशेष-
एम. इकराम फरीदी का उपन्यास 'होटल चैलेंज' कुछ विशेष कारणों से निर्धारित समय से बाद में प्रकाशित होगा।
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धन्यवाद।
Nice
जवाब देंहटाएंBht badhiya jankari dhanyawad
जवाब देंहटाएंरोचक जानकारी।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी जानकारी
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी
जवाब देंहटाएंउपन्यासों उपन्यासकारों के संबंध में कुछ तो प्रगति दिखाई दी। लोगों का प्रयास अच्छा है। केवल बुक स्टाल्स से उपन्यासों की दूरी अभी भी बनी हुई है। मोबाइल प्रेम के कारण पाठकों की संख्या में वृद्धि नहीं हो पा रही है। समय तेजी से करवटें बदल रहा है। देखते हैं आगे चलकर ऊंट किस करवट बैठता है।
जवाब देंहटाएंहादी हसन