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रविवार, 31 मार्च 2019

किशोरी लाल गोस्वामी

सन 1865 (संवत 1922 माघकृष्ण अमावस्या) काशी मे किशोरीलाल गोस्वामी का जन्म हुआ था, आपने उपन्यास, कहानी, नाटक, संपादन आदि अनेक विधाओं पर हाथ आजमाया और सभी मे सफल रहे. आपके उपन्यासों की सूचि मे “त्रिवेणी वा सौभाग्य श्रेणी, प्रणयिनी-परिणय, हृदयहारिणी वा आदर्श रमणी, लवंगलता वा आदर्श बाला (हृदयहारिणी उपन्यास का उपसंहार), सुल्ताना रज़िया बेगम वा रंगमहल में हलाहल, मालती माधव, मदनमोहिनी, गुलबहार, हीराबाई वा बेहयाई का बोरका (ऐतिहासिक उपन्यास), लावण्यमयी (बंगभाषा के आश्रय से), सुख शर्वरी (बंगभाषा के आश्रय से), प्रेममयी (बंगभाषा के आश्रय से), इंदुमती वा वनविहंगिनी (ऐतिहासिक उपन्यास), गुलबहार वा आदर्श भ्रातृस्नेह, तारा वा क्षात्र-कुल-कमलिनी (ऐतिहासिक उपन्यास), तरुण तपस्विनी वा कुटीर वासिनी, चंद्रावली वा कुलटा कुतूहल, जिंदे की लाश (जासूसी उपन्यास), माधवी-माधव वा मदन-मोहिनी (दो भागों में), लीलावती वा आदर्श सती, तारा वा क्षात्र कुल कमलिनी, राजकुमारी, चपला वा नव्य समाज चित्र, कनक कुसुम वा मस्तानी, मल्लिका देवी वा बंग सरोजिनी, पुनर्जन्म वा सौतिया डाह, सोना और सुगंध वा पन्नाबाई, लखनऊ की कब्र वा शाही महल सरा, अँगूठी का नगीना, लाल कुँवर वा शाही रंगमहल, गुप्त गोदना” प्रमुख है किशोरी सतसई नाम से एक कविता संग्रह है ‘चौपट-चपेट, मयंक मंजरी” नाम के दो नाटक है उपन्यास (मासिक पत्रिका) का आपने सफल सम्पादन किया. सन 1932 में आपका देहावसान हुआ.
1890 में प्रकाशित 'लवंगलता वा आदर्शबाला' तथा 'हृदयहारिणी वा आदर्शरमणी' के संदर्भ में जो विज्ञप्ति निकाली उस की एक झलक:
-''...जिन उपन्यास-प्रेमियों को इस ''मासिक पुस्तक का ग्राहक होना हो, वे शीघ्र ही दो रुपये भेज कर ग्राहक बन जाएँ। और जो नमूना देखना चाहें, वे चार आने का टिकट भेजें। हाँ इतना ध्यान रहेगा कि जो महाशय चार आने भेज कर नमूना मँगावेंगे वे यदि पीछे ग्राहक हो जाएँगे, तो उनसे चार आने मुजरे देकर पौने दो रुपये ही लिए जाएँगे। वी.पी. का खर्च एक आना ग्राहकों को ही देना होगा। हाँ, डाक महसूल कुछ नहीं लगेगा। इस विषय की चिट्ठी-पत्री आदि नीचे लिखे ठिकाने से भेजना चाहिए।
श्री किशोरीलाल गोस्वामी
संपादक ''उपन्यास मासिक-पुस्तक
श्री सुदर्शन प्रेस'' वृंदावन (मथुरा) यू.पी.''

इसी किताब के एक पेज की नक़ल से अंदाज़ा हो जायेगा कि उस समय की भाषा शैली कैसी थी।

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प्रस्तुति- प्रवीण जैन


गुरुवार, 28 मार्च 2019

रवि शर्मा 'मयंक'

रवि शर्मा 'मयंक' जी का एक उपन्यास मिला है। हमारे पास जो भी जानकारी है उसका आधार उनका यह उपन्यास है।
प्राप्त जानकारी अनुसार रवि शर्मा 'मयंक' के उपन्यास दुर्गा पॉकेट बुक्स- मेरठ से प्रकाशित होते थे। कुछ उपन्यासों के ऊपर मात्र 'मयंक' लिखा भी मिलता है।

संपर्क-
रवि शर्मा मयंक
8/25 मथुरा, रिफाइनरी नगर,
मथुरा-281005, उत्तर प्रदेश

रवि शर्मा मयंक के उपन्यास
  1.  एक साजिश (प्रथम भाग)
  2. बेनकाब (द्वितीय भाग)
  3.  मर्डर नंबर तीन 
  4. यह लाश मेरी नहीं


उक्त लेखक के विषय में अगर कोई जानकारी हो तो अवश्य शेयर करें।
Email- sahityadesh@gmail.com

सोमवार, 25 मार्च 2019

श्याम तिवारी

लेखक श्याम तिवारी जी के विषय में जो जानकारी प्राप्त हुयी है उसके अनुसार मकड़ा सीरीज के लेखक शलैन्द्र तिवारी जी पहले 'श्याम तिवारी' जी के नाम से लेखन करते थे। बाद में इन्होंने अपना नाम बदल लिया। यह बदलाव क्यों किया इसका तो पता नहीं पर 'शलैन्द्र तिवारी' नाम से ये खूब प्रसिद्ध हुये।
श्याम तिवारी के नाम से इन्होंने 'सूर्यकांता संतति' उपन्यास भी‌ लिखा था।
 श्याम तिवारी जी ने हर्रामी सिंह (सिद्धार्थ), बाल सांगड़ा (खल पात्र) जैसे किरदारों की रचना की है। इसके अतिरिक्त इन्होंने विक्रांत, कर्नल विनोद, जेम्स बॉण्ड, बागारोफ जैसे पात्रों पर लेखन किया है।
 श्याम तिवारी जी से संबंधित अगर कोई भी जानकारी आपके पास है तो हमसे शेयर करें।
Emai- sahityadesh@gmail.com

श्याम तिवारी  नाम से प्रकाशित उपन्यास   

1. दावत मौत की
2. प्रेतलोक (प्रथम भाग)
3. प्रेतलोक की शहज़ादी (द्वितीय भाग)
4. सूर्यकांता संतति (चार भाग)
5. बेताज बादशाह-www.sahityadesh.blogspot.com
6. शेर को सवा शर
7. फांसी चढा इंसान (थ्रिलर)
8. चिंगारी (क्रांतिकारी उपन्यास)
9. शोले (क्रांतिकारी उपन्यास)
10. जय क्रांति (क्रांतिकारी उपन्यास)

11. झुक गया संसार

सोमवार, 18 मार्च 2019

भारत

 भारत के आरम्भिक उपन्यास सामाजिक होते थे बाद में केशव पण्डित सीरिज भी लिखने लगे। भारत का 'केशव पण्डित सिरिज' का एक पात्र परिवर्तन काफी चर्चित रहा और बाद में Ghost writing की Ghost writing पर कई परिवर्तन नाम के लेखक मैदान में आये


भारत के उपन्यास
1. नौकरानी
सीमा रेखा
आखिरी वारिस
सौतन मांगे इंसाफ
अन्नदाता(पचासां उपन्यास)
कालपुत्र
बारूद की बरसात( परिवर्तन चौहान सीरिज)
सौतन की साजिश
दरिंदे
कर्मयोद्धा
दगाबाज
जाल
बाजीगर
गोली दो गद्दारों को (परिवर्तन चौहान और केशव पण्डित)
मर्द लड़ेगा मुर्द से(केशव और परिवर्तन चौहान)
परिवर्तन की गवाही केशव की तबाही

करिश्मा दीवान

Ghost writering के क्षेत्र में एक नाम आता है करिश्मा दीवान।
यह मारुति प्रकाशन की देन है।
 (मारुति प्रकाशन,33 हरीनगर मेरठ)
करिश्मा दीवान के उपन्यास
1. शेर की मौसी
2. तिगनी का नाच

मीना सरकार

Pulp fiction के क्षेत्र में एक महिला उपन्यासकार का काफी नाम चर्चित रहा था वो थी मीना सरकार। मीना सरकार एक जासूसी उपन्यासकार थी।
हालांकि मीना सरकार के विषय में कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी।

मीना सरकार के उपन्यास
1. मौत के कोहरे में (रूपम‌ जासूसी पॉकेट बुक्स- दिल्ली-06)
2. खूनी केबिन

रविवार, 17 मार्च 2019

सुभाष शर्मा

सुभाष शर्मा के विषय में कोई विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है।
इनका एक उपन्यास राधा पॉकेट बुक्स मेरठ से प्रकाशित हुआ था।
सुभाष शर्मा के उपन्यास
1. शिकारी (राधा पॉकेट बुक्स-मेरठ)


सरला रानू के खत

लोकप्रिय सामाजिक उपन्यासकार 'रानू' की पत्नी सरला रानू भी अपने समय की एक चर्चित उपन्यासकार रही है।
   सरला रानू जी ने अपने पाठकों के उनके पत्रों के उत्तर दिये थे। हमें सरला रानू जी के कुछ पत्र प्राप्त हुये हैं, जो यहाँ प्रस्तुत हैं।
(ये पत्र हमें एक मित्र ने भेजे हैं।)
22.09.1982 का लिखा हुआ पत्र

29.01.1986 का लिखा हुआ पत्र



शुक्रवार, 15 मार्च 2019

उपन्यास साहित्य का रोचक संसार-23,24

आइये, आपकी पुरानी किताबी दुनिया से पहचान करायें - 23
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आबिद रिजवी मेरे और बिमल चटर्जी के लिए उस दिन से पहले महज़ एक नाम था, जिसकी हमने बहुत बार विभिन्न सन्दर्भों में चर्चा सुनी थी ! न केवल लालाराम गुप्ता और राज भारती जी से, बल्कि प्रकाशन जगत के कई अन्य दिग्गजों से ! एक बार जनाब फारुक अर्गली ने भी आबिद रिजवी का नाम लिया था, तब वह बिमल चटर्जी से एक विशेष चर्चा कर रहे थे !

मजे की बात यह कि तब तक फारुक अर्गली कभी भी आबिद रिजवी से मिले नहीं थे !

फारुक साहब ने बिमल से कहा था -"बिमल, मेरे विचार से जासूसी साहित्य और पाॅकेट बुक्स में हिन्दी में लिखनेवाले बंगाली लेखक अभी तक तो अकेले तुम्हीं हो !"
बिमल की मुस्कान बड़ी ही दिलफरेब थी ! वह मुस्कान बिखेरते हुए बोले -"हाँ, वरना जासूसी में तो आपके मुसलमान लेखकों ने हिन्दी पर पूरा कब्जा कर रखा था !"

उपन्यास साहित्य का रोचक संसार-21,22

आइये, आपकी पुरानी किताबी दुनिया से पहचान करायें - 21


हम जिस मकान में रहते थे, उसमें हमारे अलावा भी कई किरायेदार थे।
एक - हरीश चन्द्र श्रीवास्तव, जो कनाट प्लेस स्थित जीवनदीप बिल्डिंग में हिन्दुस्तान स्टील के आफिस में काम करते थे।
एक देशराज थे, जिनकी परचून की दुकान थी।
एक अन्य हरिओम कश्यप, जो किसी पोस्ट आॅफिस में पोस्टमैन थे, बाद में मलकागंज के किसी पोस्ट आॅफिस में उन्होंने काफी समय तक ड्यूटी की।
एक भूरेलाल थे, जो शायद किसी प्राइवेट कम्पनी में नौकरी करते थे।

          सभी परिवार काफी हिल-मिल कर रहते थे ! हरिओम कश्यप अविवाहित थे और अकेले ही रहते थे ! वह रोज सुबह आठ बजे अपने कमरे को ताला लगाकर निकल जाते और शाम साढ़े सात बजे आते।
बाकी परिवारों के पुरुष भी नौ बजे ये पहले काम पर निकल जाते थे ! फिर भी स्त्रियाँ और परिवार के अन्य लोग घर पर ही होते थे।

       सुमेरचन्द जैन साढ़े दस बजे के बाद आये ! मुख्य द्वार से मकान की गैलरी में कदम रखते ही उन्होंने आवाज दी -"योगेश...!"
और योगेश के दिल में आया - भागकर कहीं छिप जाये ! पर ऐसा सम्भव नहीं था, मकान में बहुत लोग थे और अपने घर में भी मम्मी, बड़ी बहन मधु, छोटी बहन सरिता और छोटा भाई राकेश थे।
पिताजी तब कलकत्ता में थे।

योगेश जी सुमेरचन्द जैन के सामने पहुँचे !
चेहरे पर मीठी मुस्कान लाकर कहा -"नमस्ते जैन साहब !"
"नमस्ते !" सुमेरचन्द ने नमस्ते का जवाब कुछ रूखेपन के साथ दिया और तुरन्त अगली लाइन सुना दी -"फटाफट पैसे ले आओ ! मुझे अभी कई जगह जाना है ! टाइम नहीं है मेरे पास !"
"आइये, बैठिये तो सही ! कुमार साहब भी अभी आनेवाले हैं !" मैंने कहा।

मेरे उपन्यास

- मेरे पास उपलब्ध उपन्यासों की सूची।
समयानुसार इसे संशोधित कर दिया जायेगा।

गुरुवार, 14 मार्च 2019

कैप्टन दिलीप

नाम- कैप्टन दिलीप
प्रकाशक- गंगा पॉकेट बुक्स, मेरठ


कैप्टन दिलीप के उपन्यास

1. खूनी सिलसिला
2. धुएं का आदमी
3. मौत के दावेदार
4. आफत को आने दो
5. नफरत की आग (गंगा पॉकेट बुक्स, कर्नल विनोद, कैप्टन हमीद, कासिम, इमरान, जूलिया सीरीज)
6. काला कफन
 

मिस्टर


मिस्टर तुलसी पॉकेट बुक्स से प्रकाशित होने वाले एक Ghost Writer थे। जहाँ तक जानकारी प्राप्त हुयी है मिस्टर नाम से मेरठ निवासी 'एस. एम. मेहंदी' साहब लेखन करते थे।

मिस्टर के  तुलसी पॉकेट बुक्स
1. लंबी रेस का घोड़ा
2. फांसी का फंदा
3. नाजायज बाप
4. रिंग मास्टर
5. बेपैंदे का लोटा
6. अण्डर बाॅस
7. घर का न घाट का
8. खुला शेर
9. बिजली का बेटा
10. कंगारू
11. जहर की पुड़िया
12. वक्त का मारा
13. तिनके का सहारा
14. पत्थर की लकीर
15. लकीर का फकीर
16. महाराजा
17. महारानी
18. 


बुधवार, 13 मार्च 2019

गुप्तदूत

गुप्तदूत एक घोस्ट राइटिंग का कमाल है। 'गुप्तदूत' के नाम से कौन-कौन‌ से लेखक लिखते रहे हैं यह जानकारी तो कहीं से उपलब्ध नहीं होती, लेकिन गुप्तदूत अपने समय के चर्चित लेखक रहे हैं।
गुप्तदूत के 'स्टार पॉकेट सीरिज' से प्रकाशित उपन्यास
1.सुनहरी लाशें               
2. लहू के धब्बे
3. पाँचवी गोली
4. मौत के नाखून
5. यह लाश किसकी है?
6. खूनी सपने
7. हत्यारा प्रेमिकाओं का
8. लाश का तोहफा
9. खतरनाक आदमी
10. कदम-कदम पर खतरा
11. रात के एक बजे
12. होटल पैरामाउंट
13. सात चेहरों वाली औरत
14. यह लाश किसकी है
15. गुलाबी मकान का रहस्य
16. दौड़ती हुई मौत
17.  किराये का हत्यारा
18. खून की होली
19. काला नकाब
20. खतरनाक आदमी #

यशपाल वालिया

दिल्ली निवासी यशपाल वालिया एक सामाजिक उपन्यासकार थे। इनके कुछ उपन्यासों की सूची उपलब्ध हुयी है।

संपर्क
एम-28, राजौरी गार्डन
नयी दिल्ली
यशपाल वालिया के 'भारती पॉकेट बुक्स' में प्रकाशित उपन्यास
1. पत्थर के आँसू
2. दिल, दौलत और दुनिया
3. अंधेरी सुबह
4. दोराहा
5. अपना पराया
6. आंसुओं के दीप
7. मैला आंचल
8. त्याग
9. सौगंध
10. मेहंदी
11. धुंधला चांद
12. पतन‌ की सीमा
13. तपस्या (25वां उपन्यास, भारती पॉकेट बुक्स)

बुधवार, 6 मार्च 2019

इब्ने सफी


इब्ने सफी उपन्यास सूची

1. अजनबी मेहमान  

2. अंधा मुजरिम 

3.  अनदेखा दुश्मन

4. अशांत सागर 

5. अनोखी लड़की 

6. अनोखी औरत 

7. अनोखी नर्तक

8. अनोखी वसीयत 

9. अनोखा चोर 

10. अनोखा जाल 

11. अधूरा कत्ल

12. अपाहिज की मौत 

13. अंधेरे का शिकार 

14. अंधेरे का सम्राट 

15. अँधेरे का खून 

16. अँधेरे का जलजला 

17. अंगारे की मौत

18 अंगारों का संगीत 

19. अपराधी की बाहों

20. अपराधी का रूप

21. अपराधी का चैलेंज

22. अपराध की गूंज 

23. अपराधी के दो 

24. अपराधी की खोज  

25. अपराध का पुजारी 

रविवार, 3 मार्च 2019

राकेश

एक लेखक 'राकेश' के विषय में कुछ अधूरी जानकारी मिली है।
राकेश 'विजय- रघुनाथ' सीरिज के उपन्यास लिखते थे। उनके उपन्यास 'प्रभात पॉकेट बुक्स' से प्रकाशित होते थे। प्रभात पॉकेट बुक्स 'सीक्रेट सर्विस कार्यालय' नामक एक प्रकाशन संस्थ का अंग था।
राकेश के उपन्यास
1. मौत की बाहों में

शनिवार, 2 मार्च 2019

अशीत चटर्जी

अशीत चटर्जी प्रसिद्ध उपन्यासकार बिमल चटर्जी के छोटे भाई थे। इनके उपन्यास विभिन्न पॉकेट बुक्स से प्रकाशित होते रहे हैं। अशीत चटर्जी के उपन्यास स्वयं के नाम अशीत चटर्जी के अतिरिक्त‌ 'भारती पॉकेट बुक्स' में 'रोहित' नाम से भी प्रकाशित हुये थे।
अशीत चटर्जी विभिन्न पात्रों पर उपन्यास लिखते रहे हैं, जिनमें से फोमांचु सीरीज के अतिरिक्त इनके पात्र थे इमरान, राजा जानी आदि।
 


अशीत चटर्जी के उपन्यास
  1. फोमांचू की आँख
  2. फोमांचू का हंगामा
  3. फोमांचू की तबाही
  4. शैतान फोमांचू
  5. अपनी जान‌ के दुश्मन
  6. फोमांचू का साया
  7. फोमांचू का आतंक
  8. तोप, गोले और शोले
  9. मौत मेरी मंजिल
  10. फरार फोमांचू
  11. राजा गुरु या जानी?
  12. टिरगिट और फोमांचू
  13. टिरगिट के दुश्मन
  14. जानी दुश्मन
  15. यारों के यार राजा जानी
  16. महाकाल के दूत (प्रथम भाग)
  17. महाकाल के देश में (द्वितीय भाग)
  18. टिरगिट, सिहंगी और फोमांचू  (तृतीय भाग)
  19. दुश्मन 1975 टिरगिट (चतुर्थ और अंतिम भाग) 
  20.  खरा खोटा
  21. जिब्राण्डों और टैंजा 
  22. टिरगिट की वापसी
  23. काला निशान (प्रथम भाग)
  24. मौत का निशान (द्वितीय भाग)
  25. निशान का निशाना (तृतीय भाग)
  26. निशानेबाज (चतुर्थ और अंतिम भाग) -कंचन पॉकेट बुक्स
  27. मौत मेरी मंजिल
  28. अपनी जान‌ के दुश्मन
  29. बारूद और धमाके


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मेरठ उपन्यास यात्रा-01

 लोकप्रिय उपन्यास साहित्य को समर्पित मेरा एक ब्लॉग है 'साहित्य देश'। साहित्य देश और साहित्य हेतु लम्बे समय से एक विचार था उपन्यासकार...