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शनिवार, 29 अप्रैल 2017

टाइगर

लोकप्रिय जासूसी उपन्यास के संस्पेंश, एक्शन और थ्रिलर के दौर में टाइगर एक मात्र ऐसे लेखक थे जिन्होंने अपने उपन्यासों में हास्य का मिश्रण भी किया था।
उपन्यास जगत के सुनहरी समय में टाइगर के उपन्यासों की पाठकों को बेताबी से प्रतीक्षा रहती थी।
         अधिकतर पाठक टाइगर को एक घोस्ट राइटर (Ghost Writer) मानते हैं लेकिन यह सत्य नहीं है। टाइगर हरियाणा के भिवाणी जिले के निवासी हैं और इनका मूल नाम जगदीश कुमार वर्मा है और वर्तमान में टाइगर सामान्य पुस्तकें J.K. VERMA के नाम से लिख रहें हैं।
   टाइगर नाम से लिखने वाले मुख्यतः दो लेखक सामने आते हैं। प्रथम यशपाल वालिया और द्वितीय JK VERMA.
 अगर आप टाइगर के उपन्यास पढते हो तो दोनों के उपन्यासों में स्पष्ट अंतर पता चला है।
  यशपाल वालिया ने इंस्पेक्टर विजय यादव और करतार सिंह जैसे पात्र पैदा किये थे। वही वर्मा जी ने 'शेषनाग- शामली' को बाजार में उतारा।
   वर्मा जी द्वारा लिखित उपन्यासों में हास्य और थ्रिलर का बेहतरीन मिश्रण मिलता है। 
इनके सभी उपन्यास और सामान्य किताबें राजा पाॅकेट बुक्स दिल्ली से प्रकाशित होती रही हैं।
इनका अब तक का अंतिम प्रकाशित उपन्यास 'मिशन आश्रम वाला बाबा'  है, 'मिशन सफेद कोट' उपन्यास की मात्र घोषणा की पर उपन्यासों की कम बिक्री के कारण फिलहाल इन्होंने इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढाया।
      इनके शेषनाग शामली और इंस्पेक्टर विजय यादव सीरीज काफी प्रसिद्ध हुये थे।
संपर्क-
जे.के. वर्मा
Mob.- 9996666769, 9812524246
Site-  www.topbooksofindiaa.com
  टाइगर के परिचय के लिए यहाँ क्लिक करें। 
उपन्यासकार टाइगर के उपन्यास
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1. इंसाफ का शहंशाह
2. खूनी जंग
3. सुहागिन बनी नागिन
4. खून की तीन बूंदें
5. कानून मेरी मूट्ठी में
6. नाम का अर्जुन
7. गोली तेरे नाम की
8. हम कानून बेचते हैं 
9. लाश की जिंदा आँखें (प्रभम भाग)
10. करिश्मा आँखों का (द्वितीय भाग)
11. जुर्म का खुदा
12. गोली का जवाब बारूद
13. तबाही
16. एक राम सौ रावण
17. रिवॉल्वर
18. देवा
19. खूनी कारनामा
20. अंजाम मेरे हाथ में
21. गोली और बारूद
22. बाॅडीगार्ड
25. ज्वालामुखी
26. फिरौती
27. कानून का मोहरा
28. जुर्म की दलदल
30. हस्ती मिटा दूंगा (प्रथम भाग)
31. सोने की लंका (द्वितीय भाग)
32. पीठ पर वार
33. पोस्टमार्टम
34. आग लगा दो इंसाफ को
35. मेरी बीवी सबकी मौत
36. मातृभूमि
37. पुलिस क्या करे
38. पूर्वजन्म का कातिल
40. गोला और बारूद
41. कानून की बेटी
42. डंडे के जोर पर
43. फांसी नहीं होने दूंगी
44. हत्यारा कानून
45. चकमेबाज
46. तिरंगा मेरी शान
47. काला कोट वाला
48. आखिरी केस 
49. कुर्सी वाला डाकू
50. कानून का तीसरा हाथ
51. बोलना मना है
52. बिका हुआ शहर 
53. हारा हुआ सिकंदर
54. नई नस्ल का गुण्डा
55. कैदी नंबर -44
56. निशा मर्डर केस
 57. पाखण्डी
58. सौतन की दीवानी
59. तीसरी कौन
60. कत्ल की दावत
61. मुँह बोला पति
62. किसका कत्ल करूं
63. सभी दीवाने दौतल के
64. सबसे बङा घोटाला (प्रथम भाग)
65 . गुरु घंटाल -द्वितीय भाग(शेषनाग-शामली सीरिज-11, अगस्त,2009)
 66 . मिशन आश्रम वाला बाबा-2018 (अब तक का अंतिम उपन्यास)
67. मिशन सफेद कोट (आगामी उपन्यास) अप्रकाशित
- उपन्यासों की कम होती बिक्री के कारण उपन्यासकार टाइगर ने अपना उपन्यास 'मिशन आश्रम वाला बाबा' सिर्फ पाठकों की मांग पर लिखा है।
इंस्पेक्टर विजय यादव सीरीज
  1. हम कानून बेचते हैं।
  2. जुर्म का खुदा
  3. गोली का जवाब बारूद
  4. तबाही
  5. खूनी कारनामा
यह टाइगर की चर्चित शृंखला रही है। जिसमें पात्र सरदार करतार सिंह, इंस्पेक्टर विजय यादव, रोजी गोंजालवेज, दिलावर खान हैं।
शेषनाग -शामली सीरीज
11. सबसे बड़ा घोटाला (क्रमांक 11)
12. गुरुघंटाल
मेरी बीवी सबकी मौत
- अगर आप के पास उपन्यास टाइगर से संबंधित कोई भी सूचना हो तो आप यहाँ अवश्य शेयर करें।
- गुरप्रीत सिंह
Email- sahityadesh@gmail.com
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8 टिप्‍पणियां:

  1. उत्तर
    1. टाइगर का 'खामोश आवाजें' शीर्षक से तो कोई उपन्यास नहीं है

      हटाएं
  2. सर नमस्ते क्या मुझे आपकी "लाश की जिंदा आंखे" और "करिश्मा आँखों का" यह किताबे मिलेगी।

    जवाब देंहटाएं

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